अम्बरनाथ में खुला मटका का बाजार …
अम्बरनाथ पश्चिम। अम्बरनाथ पुलिस और जुगार माफियाओं का आंख मिचौली का खेल कब खत्म होगा? ऐसी चर्चा अम्बरनाथ के स्थानीय रहिवासियों, रेलप्रवाशी संगठन एवं व्यापारियों में है। आपको बता दें कि अम्बरनाथ में अवैध रूप से चलने वाले मटका जुगार के धंधों की सुनामी है। अखबारों में बार बार खबरें प्रकाशित होने के बाद भी ठाणे शहर पुलिस प्रशासन जानकर अनजान बैठी है। ऐसा लगता है कि अपने देश में बेईमानी और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ना टेढ़ी खीर साबित हो रही है। सरकारी तंत्र भ्रष्टाचार की चाशनी में ऐसा नहाया हुआ है कि उसे हमाम के साबुन से कितना भी नहलाओ लेकिन वो निकलने वाला नहीं है। अब तो शासन प्रशासन भी भ्रष्टाचार की गंगा में डुबकी लगा रहा है? जुगार के धंधे में प्रशासन की हिस्सेदारी ये दर्शाता है कि कानून व्यवस्था का कितना बड़ा मजाक उड़ाया जा रहा है। स्थानीय सामाजिक संगठनों से प्राप्त शिकायत के अनुशार रेलवे स्टेशन अम्बरनाथ पश्चिम में अम्बरनाथ पुलिस स्टेशन परिक्षेत्र में रिक्सा स्टैंड के पास पार्किंग परिसर में जुगार माफिया बंशी सेठ एवं टीम द्वारा मनोरंजन के नाम पर काला-पीला, तितली-कबूतर, अन्दर-बाहर, गुड़-गुड़ी, पताड़ा एवं 12-15 राइटर के माध्यम से मटका जुगार (चिट्ठी) का व्यवसाय स्थानीय गुंडों को लेकर जुगार का खेल खेला जा रहा है। और सरकारी राजस्व को चुना लगाया जा रहा है, ऐसा नही की स्थानीय पुलिस इस मटका जुगार व्यवसाय से अनिभिज्ञ है बल्कि जुगार माफिया बंशी जैसवाल का बोलना है कि समय पर रेलवे पुलिस एवं स्थानीय पुलिस से लेकर उच्च अधिकारियों तक मिठाई पहुंचाता हूँ.? क्या भ्रष्टाचार रूपी रिस्वत की मिठाई खाने वाले अधिकारियों को यह नही पता कि मनोरंजन की आड़ में चलने वाले जुगार से कितने घर बर्बाद हो रहे है.?