कन्नौज। जिले की छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्र के करमुल्लापुर गांव में दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई। प्रेम-प्रसंग में बाधा बनने पर नाबालिग बेटी ने खाने में नींद की गोली मिलाकर ग्राम सचिव पिता, मां और दो भाइयों को बेहोश कर दिया। इसके बाद उसने आरी के ब्लेड से पिता की गर्दन काटकर मौत के घाट उतार दिया। पिता की हत्या के बाद दूसरे कमरे में चारपाई पर लेटे बड़े भाई पर हथौड़े से हमला कर दिया। चोट लगने से चिल्ला उठे भाई की आवाज सुनकर पहुंचे पड़ोसियों ने जब घर में खून मंजर देखा तो होश उड़ गए। पुलिस ने आरोपी लड़की और गांव में रहने वाले उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की है। छिबरामऊ कोतवाली के घिसुआपुर गांव निवासी 50 वर्षीय अजय पाल राजपूत पुत्र मुंशीलाल सौरिख ब्लाक में ग्राम पंचायत अधिकारी के पद पर तैनात थे। मौजूदा समय वह गाजियाबाद कानपुर ग्रीनफील्ड हाईवे किनारे करमुल्लापुर गांव में मकान बनाकर पत्नी मोनी देवी, 18 वर्षीय बेटे सिद्धार्थ राजपूत, 17 वर्षीय बेटी और 15 वर्षीय बेटे अमन के साथ रहते थे। इंटर में पढ़ने वाली इकलौती नाबालिग बेटी का पड़ोस में रहने वाले युवक से प्रेम-प्रसंग चलता था। इसकी जानकारी होने पर भाई सिद्धार्थ और परिवार के अन्य लोगों ने विरोध किया था। इससे आक्रोशित होकर बेटी ने प्रेमी के उकसाने पर पूरे परिवार की हत्या की खौफनाक साजिश रच डाली। सोमवार की शाम करीब सात बजे उसने भिंडी की सब्जी और पूड़ी बनाईं। सब्जी में पीसकर नींद की गोली मिलाने के बाद सभी लोगों को खाना परोस दिया। खाना खाने के बाद परिवार के लोग सोने के बाद बेसुध हो गए। इसके बाद रात करीब एक बजे अलग कमरे में सो रहे पिता अजय पाल की आरी में लगने वाले ब्लेड से गर्दन काटकर हत्या कर दी। पिता को मौत के घाट उतारने के बाद दूसरे कमरे में चारपाई पर मच्छरदानी लगा रहे बड़े भाई सिद्धार्थ पर नाबालिग ने हथौड़ी से हमला कर दिया। हाथ में हथौड़ी लगते ही वह जोर-जाेर से चिल्लाने लगा। इसके बाद आरोपित बहन और सिद्धार्थ के बीच हाथपाई शुरू हो गई, तभी शोर सुनकर पड़ोसी पहुंचे, तो अमन और उसकी मां भी जाग गए। पहुंचे पड़ोसियों के साथ जब अमन और मोनी ने खून से लथपथ अजय पाल को देखा तो होश उड़ गए आनन-फानन अजय पाल और घायल सिद्धार्थ को अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने अजय पाल को मृत घोषित कर दिया। वहीं पुलिस ने हत्यारोपित नाबालिग बेटी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया।