अक्षय तृतीया पर घर खरीद रहे हैं तो जाने वास्तु के ये नियम …
धर्म-कर्म, अक्षय तृतीया जैसे पावन पर्व पर घर खरीदें तो इससे बेहतर कुछ हो ही नहीं सकता लेकिन घर खरीदते समय हमें कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र के कुछ नियम है और अगर हम उन नियमों का पालन करके घर खरीदें तो बहुत लाभ होगा और उस घर में मां लक्ष्मी का वास होगा। अक्षय तृतीया पर, गृह प्रवेश के अलावा, बहुत से लोग अपने घरों के लिए नए घर का निर्माण या नवीनीकरण करना पसंद करते हैं। अक्षय तृतीया के दिन हमेशा साफ़ सफाई का ख्याल रखना चाहिए। सूर्य की किरणें सकारात्मक ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत हैं. इसलिए नया घर खरीदते समय यह जरूर ध्यान रखें कि घर में सूर्य की किरणें पहुंचती हों।
घर के मुख्य द्वार के सामने कोई भी मंदिर न हो, बिजली का खंबा नहीं होना चाहिए ये भी बहुत ही अहम और विशेष बात है। घर का बाथरूम ईशान कोण में होना चाहिए। ये भी आपके लिए बहुत ही शुभ और फलदायी रहेगा। घर की बालकनी की दिशा उत्तर या पूर्व में होनी चाहिए।
रसोई घर कभी भी दक्षिण पश्चिम दिशा में नहीं होना चाहिए। इस बात का ख़ास ख्याल रखना चाहिए। घर की बालकनी हमेशा उत्तर पूर्व दिशा में होनी चाहिए। घर की दक्षिण पूर्व दिशा को किचन के लिए सर्वश्रेष्ठ माना गया है। नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए पूजा करते समय श्लोकों का जप करें, आरती का पाठ करें व घंटी बजाएं। मास्टर बेडरूम हमेशा नैऋत्य कोण (दक्षिण और पश्चिम की संधि दिशा) में बना हो नहीं तो गृहस्वामी को विभिन्न प्रकार के शारीरिक कष्ट हो सकते हैं।