राम की नगरी में कारीगरों के लिए हो रहे विशेष इंतजाम?
अयोध्या, राममंदिर के गर्भगृह में जिस रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा होनी है, उसके निर्माण के लिए विशेषज्ञ मूर्तिकारों की टीमें अयोध्या जल्द पहुंच रही हैं। तीन टीमें रामलला के अलग-अलग तीन विग्रह तैयार करेंगी जिनमें से एक का चयन मंदिर ट्रस्ट करेगा। अभी केवल जीएल भट्ट के नेतृत्व वाली टीम अयोध्या पहुंची है। दो अन्य टीमें भी इसी माह के अंत तक अयोध्या पहुंच जाएंगी। इनके लिए अस्थायी आवास की व्यवस्था रामसेवकपुरम व विवेक श्रृष्टि कैंपस में की जा रही है। मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक जहां तीनों टीमें मूर्तियों का निर्माण करेंगी वहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किए जाएंगे। मूर्तिकार 4 महीने में रामलला का विग्रह तैयार कर देंगे। मंदिर ट्रस्ट के सूत्रों के मुताबिक अब राम मंदिर के भूतल के 14 दरवाजे व खिड़कियों का निर्माण व इस पर नक्काशी का काम राम मंदिर परिसर की कार्यशाला में ही होगा। महाराष्ट्र की विशेष प्रकार की सागौन की लकड़ी आ गई है। दरवाजे के निर्माण व नक्काशी का काम जल्द ही मंदिर परिसर की कार्यशाला में शुरू होगा। वर्ष 2023 के अंत तक पहले फेज का निर्माण कार्य पूरा कराने की तैयारी की गई है। इसके लिए रामजन्मभूमि परिसर में कार्य काफी तेज गति से चल रहा है। छत डालने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इसके अलावा मुख्य गुंबद के भी निर्माण की प्रक्रिया शुरू होने वाली है। अगले मकर संक्रांति पर रामलला को उनके गर्भगृह में स्थापित किए जाने की योजना है।