पंजाब से आये शातिर अपराधियों को पुष्कर पुलिस ने पकड़ा तो सामने आया लॉरेंस गैंग कनेक्शन?
अजमेर, राजस्थान की अजमेर जिले की पुलिस को मंगलवार को बड़ी सफलता मिली। पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गों को गिरफ्तार कर लिया। ज़िले की हरिभाऊ थाना पुलिस ने मंगलवार को अवैध पिस्टल और 6 जिंदा कारतूस के साथ तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में दीपक रावत, भूपेंद्र सिंह खरवा और राजेश चौधरी शामिल हैं, जो पहले से ही आदतन अपराधी बताए जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार भूपेंद्र लॉरेंस गैंग को हथियार सप्लाई करने में मदद करता था, खरवा खुद भी अपने आप को लॉरेंस गैंग का गुर्गा बताता है। पुलिस के अनुसार तीनों आरोपी ब्यावर और अजमेर जिले के रहने वाले हैं और मध्यप्रदेश में एक बड़ी वारदात में भी शामिल रह चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक आरोपी पुष्कर घूमने के इरादे से निकले थे, लेकिन उनके पास से अवैध हथियार बरामद होने पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उन्हें दबोच लिया। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरोपी किसी बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम देने की फिराक में थे। पुलिस अब गिरफ्तार युवकों से गहनता से पूछताछ कर रही है ताकि इनके नेटवर्क और अन्य साथियों की जानकारी मिल सके। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि एक काली जीप में सवार तीन लोग पुष्कर से अजमेर की ओर आ रहें है जिनके पास हथियार हो सकते हैं। पुलिस ने तुरंत सूचना मिलने पर नाकाबंदी की। पुलिस ने जीप को रुकवा कर तीनों की तलाश ली तो उनके पास 6 जिंदा कारतूस और एक पिस्तौल बरामद हुई। अजमेर पुलिस तीनों ही अपराधियों के आपराधिक रिकॉर्ड खंगाल रही है और यह पता लगाने में जुटी है कि अवैध हथियार कहां से लाए गए थे।
आरोपी भूपेंद्र सिंह खरवा ने पंजाब जेल से ही 3 साल पहले अजमेर में इंडिया मोटर चौराहे के समीप पेट्रोल पंप मालिक से फिरौती की मांग करते हुए फोन पर धमकी भी दी थी। इसके बाद जब पेट्रोल पंप संचालक ने उसकी मांग को अनसुना किया, तब पेट्रोल पंप संचालक के पुत्र पर बदमाशों ने फायरिंग की थी। उस दौरान भी आरोपी भूपेंद्र सिंह का नाम सामने आया था। जिससे बाद सिविल लाइन थाना पुलीस ने भूपेन्द्र को गिरफ़्तार किया था। गिरफ्तार आरोपी भूपेंद्र सिंह खरवा साल 2017 में पंजाब जेल में अफीम तस्करी में केस में बंद था। तब भूपेंद्र की लॉरेंस से मुलाकात हुई थी। पूर्व में उसे पंजाब पुलिस ने हथियार सप्लाई मामले में गिरफ्तार किया था।