बोरीवली के गोराई में अवैध बंगलो की भरमार.?
मैग्रोंज काटकर और सरकारी जमीन पर एन.जी.ओ की आड़ में अवैध तरीके से बनाए गए हैं बंगले
तहसीलदार, रेंज फॉरेस्ट अधिकारी, नगर भूमापन अधिकारी, पर्यटन विकास महामंडल महाराष्ट्र शासन व आर/मध्य बोरीवली मनपा बने हुए हैं मूकदर्शक ..
बोरीवली। वर्तमान समय में मुंबई उपनगर में अवैध निर्माणों की बाढ़ सी आ गई है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के अवैध निर्माणों को लेकर दिए गए सक्त आदेश के बावजूद मनपा के भ्रष्ट अधिकारी, तहसीलदार, रेंज फॉरेस्ट अधिकारी, नगर भूमापन अधिकारी, पर्यटन विकास महामंडल महाराष्ट्र शासन एवं आर/मध्य मनपा विभाग बोरीबली के अधिकारियों को मुख्यमंत्री के आदेशों से कोई लेना देना नहीं है। इन अधिकारियों को अवैध तरीके से माल कहां से आयेगा बस उसी से लेना देना है। खासकर मनपा विभाग अपनी आदत से बाज नहीं आ रहे हैं। आर/मध्य विभाग के मनपा अधिकारी भ्रष्टाचार में इतने लिप्त हो गए हैं कि इन्हें महाराष्ट्र सरकार के सक्त आदेशों व कानून की कुछ पड़ी नहीं है। ये मनपा अधिकारी इतने बेखौफ हैं कि भू-माफियाओं को खुलेआम संरक्षण देकर बोरीवली पश्चिम के गोराई क्षेत्रों में अवैध निर्माण कार्य करवा रहे हैं। अवैध निर्माणों को लेकर बार बार सामाजिक संगठनों द्वारा लिखित शिकायत करने के बावजूद उक्त अवैध निर्माणों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार आर/मध्य मनपा के संरक्षण में मौजे मनोरी तालुका बोरीवली अंतगर्त आने वाले भू-भाग क्रमांक 3184 सर्वे नंबर 295 मनोरी गांव बोरीवली में वन विभाग के अधिकारी संजय पगारे, भूमाफिया अर्चना शिंदे व नरेश मांडवकर द्वारा सरकारी जमीन पर जाली दस्तावेज बनाकर और उस जमीन का मैंग्रोज काटकर तथा भरनी करके अवैध तरीके से बंग्लों का निर्माण किया गया है। कई सामाजिक संंगठनों द्वारा किए गए इस अवैध बाांधकाम व भ्रष्टाचार के खिलाफ तहसीलदार, रेंज फॉरेस्ट अधिकारी, नगर भूमापन अधिकारी, पर्यटन विकास महामंडल महाराष्ट्र शासन एवं मनपा आर/मध्य बोरीबली में शिकायत की गई है, परंतु इस अवैध बांधकाम के खिलाफ अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है। क्रमसः ….??